प्रदेश सहित बालाघाट जिले के ग्राम रोजगार सहायकों ने लगातार हो रही अनुचित कार्रवाई और वर्षों से लंबित मांगों के विरोध में सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला पंचायत CEO को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सहायकों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे कलमबंद, कंप्यूटर बंद और ट्विटर बंद अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे।
रोजगार सहायकों सेवा में वर्षों से लेकिन बिना अधिकार और सुरक्षा
रोजगार सहायकों ने बताया कि वे पिछले 15 वर्षों से पंचायतों में सेवा दे रहे हैं, फिर भी उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं हो रहा। बिना किसी दोष के उन्हें निलंबन और मानदेय रोकने जैसी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ता है। हाल ही में कटनी और रीवा जिलों में कई सहायकों को पद से हटा दिया गया है। मानसिक तनाव के कारण पिछले 3 महीनों में 30 से अधिक सहायकों की मृत्यु हो चुकी है, परंतु उनके परिजनों को न अनुकंपा नियुक्ति मिली, न ही कोई आर्थिक सहायता।
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मुख्य मांगें और चेतावनी
ग्राम रोजगार सहायकों की प्रमुख मांग है कि उनके पद का सचिव पद में विलय किया जाए और ग्रेड पे सुनिश्चित किया जाए। दिवंगत सहायकों के परिजनों को ₹5 लाख सहायता राशि और अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। पूर्व में की गई घोषणाओं के अनुसार सेवा शर्तें लागू की जाएं और मानदेय का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, एकतरफा कार्रवाई बंद की जाए।
सहायकों का कहना है कि वे पंचायत के विकास कार्यों में स्वतंत्र नहीं हैं, क्योंकि कार्यों में सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, पंच और जनता की सहभागिता होती है। फिर भी कार्रवाई केवल सहायकों पर होती है। इस दबाव को कम करने की आवश्यकता है।
आज सहायकों ने एक दिवसीय सांकेतिक अवकाश लेकर ज्ञापन सौंपा है। यदि आगामी 7 से 10 दिनों में समाधान नहीं हुआ तो प्रदेश संगठन के निर्णय के अनुसार आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






