बालाघाट कांग्रेस जिला अध्यक्ष की दौड़ तेज़, 20 से अधिक दावेदारों में मंथन, चयन प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंचा संगठन सृजन अभियान

बालाघाट कांग्रेस जिला अध्यक्ष की दौड़ तेज़, 20 से अधिक दावेदारों में मंथन, चयन प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंचा संगठन सृजन अभियान

कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के तहत बालाघाट जिले में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पद को लेकर प्रतिस्पर्धा तेज़ हो गई है। संगठन के इस महत्वपूर्ण पद के लिए 20 से अधिक दावेदार सामने आए हैं, जिनमें वर्तमान अध्यक्ष संजय उईके, विश्वेश्वर भगत, विशाल बसेन, नितिन भोज, भोजेश पटले, अजय अवसरे, शफकत खान, रहीम खान, अनूप सिंह बैस, उम्मेद ललहारे, सौरभ लहरे, महेश सहारे और अन्य प्रमुख हैं। शीर्ष नेतृत्व इस प्रतिस्पर्धा को संगठन की सक्रियता और मजबूती का संकेत मान रहा है।

बालाघाट कांग्रेस जिला अध्यक्ष की दौड़ तेज़

जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक संजय हेगड़े और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को बालाघाट भेजा। इन दोनों वरिष्ठ नेताओं ने जिले की छहों विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और अनुषांगिक संगठनों से गहन चर्चा की। 16 जून को आयोजित प्रेस वार्ता में संजय हेगड़े ने बताया कि सभी दावेदारों ने अपनी योग्यताओं, अनुभवों और संगठन के प्रति समर्पण को पर्यवेक्षकों के समक्ष प्रस्तुत किया है।

बालाघाट कांग्रेस जिला अध्यक्ष की दौड़ तेज़, 20 से अधिक दावेदारों में मंथन, चयन प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंचा संगठन सृजन अभियान

प्रतिस्पर्धा से संगठन होता है सशक्त: संजय हेगड़े

प्रेस वार्ता में हेगड़े ने स्पष्ट किया कि किसी पद को लेकर संगठन में प्रतिस्पर्धा होना एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल योग्य नेतृत्व उभरकर सामने आता है, बल्कि संगठन के भीतर पारदर्शिता और कार्यकुशलता की परीक्षा भी होती है। उन्होंने बताया कि बालाघाट दौरे के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से जिला अध्यक्ष के लिए दावेदारी सामने आई है और सभी की बातों को गंभीरता से सुना गया है।

तीन नाम जाएंगे एआईसीसी, वहीं होगा अंतिम निर्णय

हेगड़े ने बताया कि जिले से छह नामों का पैनल तैयार कर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपा जाएगा। वहां से तीन नामों का चयन कर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को भेजा जाएगा, जहां इन तीनों दावेदारों का साक्षात्कार होगा और अंतिम निर्णय लिया जाएगा। चयन के बाद नए जिला अध्यक्ष की घोषणा शीर्ष स्तर से की जाएगी।

संगठन में सामाजिक संतुलन पर भी रहेगा जोर

संजय हेगड़े ने कहा कि कांग्रेस संगठन केवल अनुभव और योग्यता पर नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन यानी सोशल इंजीनियरिंग को भी महत्व देता है। महिला उम्मीदवारों, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और अन्य समुदायों से आने वाले दावेदारों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। यही कारण है कि पैनल की संख्या और नाम फ्लेक्सिबल रहेंगे।

30 जून तक भेजे जाएंगे नाम, जल्द होगी घोषणा

पर्यवेक्षकों के अनुसार, 30 जून तक शीर्ष नेतृत्व को नाम भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके पश्चात तय प्रक्रिया के अनुसार जो नाम संगठनात्मक दृष्टि से उपयुक्त होगा, उसकी घोषणा की जाएगी। नया जिला अध्यक्ष वह होगा जो सभी गुटों को साथ लेकर चल सके और जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस को और मजबूत बना सके।

निष्कर्ष

बालाघाट जिले में कांग्रेस संगठन को लेकर चल रही यह प्रक्रिया पार्टी की आंतरिक लोकतांत्रिक प्रणाली को दर्शाती है। कार्यकर्ताओं में जोश और नेतृत्व के लिए होड़, यह साबित करता है कि कांग्रेस आगामी चुनावों की तैयारी को लेकर गंभीर है और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment