रतलाम में मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रस्तावित दौरे से पहले एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल 22 में से 19 गाड़ियों में पेट्रोल पंप से डीजल की जगह कथित रूप से पानी भरा गया, जिससे सभी गाड़ियां एक के बाद एक बंद हो गईं। गाड़ियों के बंद होने के बाद ड्राइवरों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
पेट्रोल पंप पर ड्राइवरों ने जताई नाराज़गी
गाड़ियों के रुकने के बाद ड्राइवरों ने पेट्रोल पंप संचालक से जवाब मांगा, लेकिन पंप कर्मियों ने लापरवाही से इनकार कर दिया। जब गाड़ियों के टैंकों से डीजल निकाला गया तो उसमें पानी की मात्रा स्पष्ट रूप से नजर आई। ड्राइवरों का कहना है कि उन्हें डीआरपी लाइन से आदेश मिला था कि सीएम के आगमन से पहले सभी गाड़ियों में डीजल भरवाना है।

आम ट्रक चालकों को भी नुकसान, निजी वाहन भी फंसे
पेट्रोल पंप से सिर्फ सरकारी गाड़ियों को ही नहीं, बल्कि निजी ट्रकों को भी डीजल में पानी मिलने की शिकायत मिली। एक ट्रक चालक ने बताया कि उसने 20,000 रुपये का डीजल भरवाया था, लेकिन थोड़ी दूर जाकर गाड़ी बंद हो गई। टैंकों से पानी निकालकर फ्यूल सिस्टम को साफ किया जा रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है।
प्रशासन पर सवाल, ड्राइवर खुले में बारिश में परेशान
बरसात के मौसम में गाड़ियों के चालक खुले आसमान के नीचे पूरी रात बिना भोजन और सुविधा के बैठने को मजबूर हैं। प्रशासन और पंप संचालक एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। ड्राइवरों ने मांग की है कि इस मामले की जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
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