📢 यहाँ विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें

अब घर बैठे विज्ञापन बुक करें और व्यापार बढ़ाएं

📞 Call/WhatsApp: 8770035386

बालाघाट में बच्चों की जान बचाने की बड़ी पहल: 22 जुलाई से शुरू होगा स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान, 1.93 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ

बालाघाट में बच्चों की जान बचाने की बड़ी पहल: 22 जुलाई से शुरू होगा स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान, 1.93 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ

यहाँ विज्ञापन के लिए संपर्क करें

बिज़नेस को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं

📞 Call/WhatsApp: 8770035386

स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान बालाघाट : बालाघाट जिले में 22 जुलाई से 16 सितंबर 2025 तक चलने वाला स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान बाल एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह 45 दिवसीय विशेष अभियान जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर संचालित होगा। इस अभियान के तहत 1 लाख 93 हजार 259 बच्चों को स्वास्थ्य सेवाएं देने का लक्ष्य तय किया गया है।

स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान बालाघाट

इस अभियान का संचालन एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की संयुक्त टीम द्वारा किया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अभियान की सघन मॉनिटरिंग करेंगे, वहीं राज्य, जिला और विकासखंड स्तर पर अधिकारी निरीक्षण, भ्रमण और निगरानी सुनिश्चित करेंगे। अभियान की सफलता के लिए समस्त एएनएम और एलएचवी को विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में 14 जुलाई को वारासिवनी और खैरलांजी की एएनएम को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

read more: रेलवे की नई व्यवस्था से यात्रियों को बड़ी राहत, अब 8 घंटे पहले जारी होगी आरक्षण सूची

बालाघाट में बच्चों की जान बचाने की बड़ी पहल: 22 जुलाई से शुरू होगा स्टॉप डायरिया सह दस्तक अभियान, 1.93 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ

बच्चों को मिलेंगी ये सेवाएं

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परेश उपलप ने बताया कि अभियान के तहत बच्चों में गंभीर कुपोषण, एनीमिया, दस्त रोग, निर्जलीकरण, निमोनिया और अन्य बीमारियों की जांच की जाएगी। रेफरल सेवाओं के अंतर्गत गंभीर मामलों में बच्चों को आगे की चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। साथ ही, विटामिन ए सीरप, ओआरएस के दो पैकेट, 14 जिंक टैबलेट और आवश्यक दवाएं वितरित की जाएंगी।

परामर्श सत्रों में शिशु एवं बाल आहार पूर्ति, हाथ धोने की विधि, ओआरएस घोल बनाने की प्रक्रिया, और बच्चों में खतरे के लक्षणों की पहचान जैसे विषयों पर जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा सामुदायिक स्तर पर गंभीर कुपोषण, दस्त रोग और मौसमी बीमारियों का प्रबंधन भी किया जाएगा।

सभी विकासखंडों में चलेगा अभियान

अभियान के अंतर्गत बैहर में 13,348, बालाघाट में 30,574, बिरसा में 18,229, कटंगी में 20,658, खैरलांजी में 19,709, किरनापुर में 19,965, लालबर्रा में 19,406, लांजी में 21,297, परसवाड़ा में 12,262, और वारासिवनी में 20,011 बच्चों को सेवाएं देने का लक्ष्य है।

प्रशिक्षण में विशेषज्ञों की भूमिका

अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परेश उपलप, एसएमओ डॉ. अमोल शिंदे, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. इंद्रजीत भोयर, डीपीएम विक्रम सिंह ठाकुर, एनआरसी एमओ डॉ. आनंद नागदेवे, जिला मीडिया प्रभारी शैलेष कुमार, एफडी एनआरसी सुलक्षणा श्रीवास्तव सहित कई विशेषज्ञों ने मास्टर ट्रेनर के रूप में गहन प्रशिक्षण दिया।

यह अभियान जिले के स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

Join WhatsApp

Join Now

यहाँ विज्ञापन के लिए संपर्क करें

बिज़नेस को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं

📞 Call/WhatsApp: 8770035386

Leave a Comment