Balaghat News: 29 मई को रेल मंत्री द्वारा मध्य प्रदेश के महाकौशल बिंद अंचल को छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से बेहतर रेल कनेक्टिविटी देने के उद्देश्य से तीन नई ट्रेनों की सौगात दी गई थी। इनमें रीवा-पुणे एक्सप्रेस और जबलपुर-रायपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को क्षेत्रीय विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लेकिन डेढ़ महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इन ट्रेनों के संचालन की तारीख तय नहीं हो सकी है, जिससे आम जनता में भ्रम की स्थिति है और सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
रीवा-पुणे ट्रेन के कोच तैयार, पर सेवा कब?
सूत्रों के अनुसार, रीवा से पुणे के लिए नई ट्रेन के कोच रीवा स्टेशन पर सज-धज कर तैयार खड़े हैं। इनका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दूसरी ओर, जबलपुर-रायपुर इंटरसिटी का शेड्यूल रेल बोर्ड द्वारा जारी कर दिया गया है, लेकिन यह ट्रेन अब जबलपुर मुख्य स्टेशन की बजाय मदन महल स्टेशन से चलाई जाएगी। इस ट्रेन में 15 कोच होंगे जिनमें 8 सामान्य, 4 एसी चेयर कार और 1 एसी कोच शामिल है।
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देरी की दो प्रमुख वजहें
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, ट्रेनों की देरी के पीछे राजनीतिक और तकनीकी कारण हैं। पहला कारण यह बताया जा रहा है कि इन ट्रेनों का उद्घाटन मुख्यमंत्री मोहन यादव के हाथों होना प्रस्तावित है, लेकिन उनके व्यस्त कार्यक्रम के चलते तारीख घोषित नहीं हो पाई है। दूसरा कारण मदन महल स्टेशन का अधूरा पुनर्विकास कार्य है, जिसके चलते ट्रेन के संचालन की सुविधा पूरी तरह तैयार नहीं है। इस कारण जबलपुर मुख्य स्टेशन से संचालन का प्रस्ताव भी भेजा गया है।
15 अगस्त तक शुरू हो सकती हैं सेवाएं
जानकारों का मानना है कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो इन ट्रेनों का शुभारंभ 15 अगस्त 2025 तक संभव हो सकता है। लेकिन जब तक आधिकारिक घोषणा नहीं होती, महाकौशल क्षेत्र के यात्रियों को इंतजार करना ही पड़ेगा।
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