जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कई वर्षों से लंबित मांगें अब तक पूरी नहीं हो पाई हैं। इसके विपरीत, आंगनबाड़ी कार्य के अलावा अन्य विभागीय जिम्मेदारियां भी लगातार बढ़ाई जा रही हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि विभाग उनके माध्यम से तरह-तरह के कार्य करवाने के साथ ही ऑनलाइन और ऑफलाइन कार्य भी थमा रहा है। अब उन्हें बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) का कार्य भी सौंप दिया गया है, जिससे उनमें नाराजगी और बढ़ गई है।
कलेक्टर कार्यालय में सौंपा ज्ञापन
इसी मुद्दे को लेकर बुधवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बीएलओ के काम से जुड़ी कठिनाइयों का उल्लेख करते हुए यह जिम्मेदारी हटाने की मांग की। ज्ञापन में मानदेय और वेतनमान बढ़ाने सहित वर्षों से लंबित विभिन्न सूत्रीय मांगों को भी तत्काल पूरा करने की गुहार लगाई गई।
आंदोलन की चेतावनी
कार्यकर्ताओं का कहना है कि फेस कैप्चर, ई-केवाईसी और पोषण ट्रैकर जैसे कार्यों में पहले ही भारी दिक्कतें हैं। कई कार्यकर्ताओं को मोबाइल संचालन का भी अनुभव नहीं है, फिर भी दिन-ब-दिन जिम्मेदारियां बढ़ाई जा रही हैं, जबकि मानदेय और वेतनमान अपर्याप्त हैं। यूनियन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे आंदोलन की रणनीति अपनाने के लिए मजबूर होंगी।
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