Balaghat Aaj Ki News: मिशन 2026 के तहत नक्सलवाद के समूल नाश के लिए बालाघाट में दो दिवसीय अति गोपनीय बैठक कैसे आयोजित की गई, इसमें किन अधिकारियों ने हिस्सा लिया, क्या रणनीतियां बनीं और ग्रामीणों को नक्सलवाद से दूर करने के लिए पुलिस क्या प्रयास कर रही है। यह संपूर्ण रिपोर्ट बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बड़े अभियान की अंदरूनी तस्वीर सामने लाती है।
बालाघाट में हुई हाई-लेवल गुप्त मीटिंग
नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए एमपी, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारी लगातार रणनीति बना रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार और रविवार को बालाघाट जिले के धुर नक्सल प्रभावित बियर क्षेत्र में दो दिवसीय अत्यंत गोपनीय बैठक आयोजित की गई। इसमें तीनों राज्यों और भारत सरकार के कुल अठारह वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों का विशेष विमान बिरवा हवाई पट्टी पर उतरा और बैठक में नक्सल उन्मूलन अभियान, सर्च ऑपरेशन और कॉम्बिंग रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई।
ग्रामीणों को नक्सलवाद से बाहर लाने की पहल
मिशन 2026 के तहत बालाघाट पुलिस ने गांव-गांव जाकर नक्सलवाद के प्रभाव को कम करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा लगातार नक्सल प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं और ग्रामीणों से संवाद कर रहे हैं।
हाल ही में वे आत्मसमर्पित नक्सली सुनीता और एक अन्य नक्सली को साथ लेकर हरनाला और चौरिया गांव पहुंचे तथा ग्रामीणों को नक्सलियों से ना डरने और उनकी मदद ना करने की शपथ दिलाई। ग्रामीणों ने भी भरोसा दिलाया कि वे नक्सलवादियों का समर्थन नहीं करेंगे और किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देंगे।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






