Balaghat Helmet Rule 2025: बालाघाट जिले में अब दोपहिया वाहन चालकों के लिए बिना हेलमेट सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। 1 नवंबर से शुरू हुए हेलमेट अभियान के तहत जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर “नो हेलमेट, नो फ्यूल” के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं। यानी अब बिना हेलमेट के किसी भी वाहन चालक को पेट्रोल नहीं मिलेगा। इस सख्त निर्णय के बाद शहर में हेलमेट की बिक्री अचानक बढ़ गई है, वहीं कई जगहों पर हेलमेट की शॉर्टेज और ब्लैक में बिक्री की खबरें भी सामने आ रही हैं।
एसपी आदित्य मिश्रा कर रहे अभियान की मॉनिटरिंग
इस बार हेलमेट अभियान की मॉनिटरिंग खुद बालाघाट पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा कर रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य से यह कदम भोपाल और इंदौर की तर्ज पर उठाया गया है। पुलिस अधीक्षक ने साफ कहा है कि इस अभियान में किसी प्रकार की सिफारिश या फोन नहीं चलेगा। हर वाहन चालक को यातायात नियमों का पालन करना ही होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अब तक हेलमेट नहीं पहनते थे, उन्हें चेतावनी अवधि दी गई थी। लेकिन अब यह पूरी तरह अनिवार्य कर दिया गया है। बिना हेलमेट के कोई भी व्यक्ति दोपहिया वाहन चलाते हुए सड़क पर नहीं मिलेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
परिवार की सुरक्षा के लिए जरूरी है हेलमेट
पुलिस अधीक्षक मिश्रा ने कहा कि हेलमेट पहनना केवल नियम नहीं बल्कि जीवन की सुरक्षा का कवच है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सड़क हादसों में अधिकांश मौतें सिर पर चोट लगने से होती हैं, और इनमें से अधिकतर मामलों में चालक ने हेलमेट नहीं पहना होता। उन्होंने नागरिकों से अपील की —
अगर एक हेलमेट आपके परिवार को सुरक्षित रख सकता है, तो उसे जरूर पहनें। आपकी सुरक्षा ही आपके अपनों की सुरक्षा है।
🚨Uttar Pradesh Govt. has proposed a strict "No helmet, No fuel" policy across cities in the state to reduce road accidents. pic.twitter.com/qgF7fXzajI
— Indian Infra Report (@Indianinfoguide) January 12, 2025
मॉडिफाइड साइलेंसर पर भी होगी कार्रवाई
अभियान के दौरान पुलिस ने बुलेट चालकों और मॉडिफाइड साइलेंसर लगाने वालों पर भी सख्ती बरतने की बात कही है। मिश्रा ने कहा कि बुलेट के तेज और शोरगुल वाले साइलेंसर आम लोगों को परेशान करते हैं। ऐसे में सभी वाहन मालिकों को अपने वाहनों से मॉडिफाइड साइलेंसर हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
नाबालिगों को वाहन चलाने पर सख्त रोक
बालाघाट पुलिस ने अभिभावकों को भी चेतावनी दी है कि वे नाबालिग बच्चों को वाहन न सौंपें। 14 या 15 साल के बच्चों द्वारा बाइक या स्कूटी चलाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस ने कहा कि यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि बच्चे की और दूसरों की जान के लिए भी खतरा है। अभिभावक बच्चों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करें, न कि मोटरसाइकिल या चारपहिया वाहन देने की गलती करें।
पेट्रोल पंप संचालकों को मिली सख्त हिदायत
बालाघाट के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को पुलिस विभाग की ओर से नो हेलमेट, नो फ्यूल नीति का पालन सुनिश्चित करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। यदि कोई संचालक इस नियम की अनदेखी करता है, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पेट्रोल पंप मालिकों से अपेक्षा की गई है कि वे भी इस अभियान में पुलिस का सहयोग करें और बिना हेलमेट वाले चालकों को पेट्रोल देने से मना करें।
बाजार में बढ़ी हेलमेट की मांग और ब्लैक मार्केटिंग
हेलमेट अभियान की घोषणा के बाद बालाघाट शहर में हेलमेट की बिक्री में भारी उछाल देखने को मिला है। जहां पहले 500 से 600 रुपये में मिलने वाले हेलमेट अब 800 से 1000 रुपये तक में बिक रहे हैं। कई प्रमुख चौराहों पर नई दुकानें खुल गई हैं, वहीं कई जगह हेलमेट ब्लैक में बिकने की शिकायतें भी मिल रही हैं। इससे आम नागरिकों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
यातायात नियमों के पालन से घटेंगी दुर्घटनाएं
बालाघाट पुलिस का यह अभियान जिले में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यातायात विभाग और स्थानीय प्रशासन दोनों ही आम नागरिकों से अपील कर रहे हैं कि वे हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे नियमों का पालन करें। क्योंकि सड़क पर सुरक्षित रहना सिर्फ कानून का पालन नहीं, बल्कि जीवन की जिम्मेदारी भी है।
निष्कर्ष: Balaghat Helmet Rule 2025 :
बालाघाट जिले में लागू हुआ “नो हेलमेट, नो फ्यूल” अभियान केवल एक सख्ती नहीं, बल्कि लोगों को जीवन के प्रति जिम्मेदार बनाने का प्रयास है। अगर हर नागरिक इस नियम का पालन करे, तो सड़क हादसों में कमी और परिवारों में सुरक्षा दोनों संभव हैं।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






