Balaghat News: वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर हुए ठगी के एक मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा ₹10,000 का नकद इनाम घोषित किया गया था। मामला मुरैना निवासी एक युवक की शिकायत से जुड़ा है, जिसे फर्जी नियुक्ति पत्र, नकली पहचान पत्र और वर्दी देकर धोखा दिया गया।
फर्जी पहचान और ड्यूटी का नाटक कर युवक को किया गुमराह
शिकायतकर्ता राजकुमार गुर्जर, निवासी ग्राम केमरा, तहसील मुरैना ने 6 जुलाई को आवेदन देकर बताया कि सुमित ब्रह्मे, निवासी हीरापुर थाना भरवेली, ने खुद को वन विभाग का कर्मचारी बताकर ₹190,000 की ठगी की। आरोपी ने न सिर्फ फर्जी आईडी और वर्दी दी, बल्कि जंगल में ले जाकर ड्यूटी का नाटक भी किया। युवक को एक किराए के मकान में रुकवाकर ठगी को अंजाम दिया गया।
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पुलिस की सतर्कता से फरार आरोपी चढ़ा गिरफ्त में
भरवेली पुलिस ने पहले ही सुमित ब्रह्मे और फर्जी आईडी बनाने वाले लक्ष्मी नारायण सहारे को गिरफ्तार किया था। अब मामले में संलिप्त रूपेश ब्रह्मे, निवासी मुर्रम खदान, मानेगांव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पहले से फरार था।
दूसरे मामले में 5 लाख की ठगी
एक अन्य मामले में अशोक परिहार, निवासी कोचेवाही, से जल निगम में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर ₹4,98,000 की ठगी की गई। आरोपी सुमित ब्रह्मे ने आउटसोर्स सुपरवाइजर बताकर विकलांग कोटे से नौकरी का झांसा दिया और प्रोसेसिंग के नाम पर किश्तों में पैसे ऐंठे। जब अशोक नियुक्ति पत्र लेकर जल निगम कार्यालय पहुंचा, तो पता चला कि पत्र फर्जी है।
पुलिस की अपील: फर्जी वादों से रहें सतर्क
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस प्रकार की फर्जी नियुक्तियों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। मामले की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश भी की जा रही है।
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