बालाघाट की बेटी पलक रंगलानी, लॉकडाउन में लिया मेकअप ब्रश, अब इंटरनेशनल ब्यूटी इंडस्ट्री में मचा रही धमाल

बालाघाट की बेटी पलक रंगलानी, लॉकडाउन में लिया मेकअप ब्रश, अब इंटरनेशनल ब्यूटी इंडस्ट्री में मचा रही धमाल

आज हम आपको मिलवाने जा रहे हैं एक ऐसी बेटी से, जिसने अपने हुनर, लगन और जुनून से न सिर्फ अपने सपनों को पंख दिए, बल्कि मध्य प्रदेश के एक छोटे से जिले बालाघाट से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी एक अलग पहचान भी बना ली। हम बात कर रहे हैं पलक रंगलानी की, जिन्होंने मेकअप को सिर्फ एक करियर नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति का ज़रिया बना लिया।

लॉकडाउन बना करियर की शुरुआत का अवसर

दोस्तो, जब पूरी दुनिया लॉकडाउन के कारण थम सी गई थी, तब पलक ने उस ठहराव को एक नई शुरुआत में बदल दिया। बचपन से ही पेंटिंग और क्रिएटिव आर्ट्स में रुचि रखने वाली पलक ने इसी कला को मेकअप आर्ट में बदलकर अपने करियर की नींव रखी। उन्होंने सूरत स्थित वीएलसीसी इंस्टिट्यूट से प्रोफेशनल मेकअप की ट्रेनिंग ली और फिर स्विट्ज़रलैंड बेस्ड डिप्लोमा हासिल कर अपनी योग्यता को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई।

read more: सोनाली बिसेन: बालाघाट की इस बेटी ने मिस बालाघाट से शुरू कर अब मिस इंडिया और बॉलीवुड तक का सपना बुन लिया है

बालाघाट की बेटी पलक रंगलानी, लॉकडाउन में लिया मेकअप ब्रश, अब इंटरनेशनल ब्यूटी इंडस्ट्री में मचा रही धमाल

हर मेकअप स्टाइल में दिखाई अपनी प्रतिभा

पलक ने अपने काम को पारंपरिक ब्यूटी मेकअप तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने ब्राइडल, कॉकटेल, फैंटेसी, प्रोस्थेटिक और थीम-बेस्ड मेकअप की विभिन्न शैलियों में महारत हासिल की। वे कल्याण ज्वेलर्स जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स के साथ काम कर चुकी हैं और फिल्मों में इस्तेमाल होने वाले प्रोस्थेटिक मेकअप में भी दक्षता रखती हैं। उनका यूनिक क्रिएटिव अप्रोच उन्हें इंडस्ट्री में सबसे अलग बनाता है।

शिक्षा और नवाचार को बना रही हैं भविष्य की दिशा

पलक का मानना है कि मेकअप केवल बाहरी सुंदरता नहीं, बल्कि एक गहराई से जुड़ी कला है जो भावनाओं और सोच को उकेरती है। इसी सोच के साथ वे अब कॉस्मेटिक फॉर्मुलेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही हैं और भविष्य में अपनी खुद की ब्यूटी प्रॉडक्ट लाइन लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही हैं, जो स्किन-सेफ और इनोवेटिव होगी।

दूसरों को सशक्त बनाने का भी है सपना

पलक का सपना सिर्फ खुद आगे बढ़ना नहीं है दोस्तो, बल्कि वे चाहती हैं कि युवा वर्ग, खासकर महिलाएं, इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें। आने वाले समय में वे वर्कशॉप्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के ज़रिए अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करने की तैयारी में हैं।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment