Balaghat Railway Station: बालाघाट में अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशन का बाहरी स्वरूप तो मेट्रो सिटी की तरह चमकाया गया, लेकिन अंदर की अव्यवस्थाओं पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इस लापरवाही का खामियाज़ा यहां आने वाले यात्रियों, उनके परिजनों, रेलवे कर्मचारियों और मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। स्टेशन परिसर में मौजूद धूल, प्रदूषण और रेक पॉइंट की परेशानियों ने यात्रियों का सफर मुश्किल बना दिया है।
धूल का गुबार और रेक पॉइंट की परेशानी
सबसे ज़्यादा समस्या प्लेटफॉर्म नंबर चार पर है, जहां वर्षों पहले बनाया गया रेक पॉइंट अब परेशानी का केंद्र बन गया है। यहां सीमेंट, गेहूं, चावल और उर्वरक सहित अन्य सामग्री ट्रकों से लोड और अनलोड की जाती है। लगातार वाहनों की आवाजाही और सामग्री की ढुलाई के चलते यहां धूल का गुबार उड़ता रहता है, जिससे यात्रियों को सांस लेने में कठिनाई होती है और कर्मचारियों को भी कार्य करने में परेशानी होती है।
2026 तक नया रेक पॉइंट बनने की उम्मीद
बालाघाट रेलवे स्टेशन प्रबंधक के.एम. चौधरी ने बताया कि इस समस्या का समाधान निकालते हुए हट्टा स्टेशन के पास नया रेक पॉइंट बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है। रेलवे प्रशासन के अनुसार जुलाई 2026 तक नया रेक पॉइंट तैयार कर दिया जाएगा और इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। नया रेक पॉइंट बनने के बाद यात्रियों को इस प्रदूषण और अव्यवस्था से राहत मिलने की उम्मीद है।
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