Balaghat Tiger Attack: बालाघाट जिला अपने घने वनों और बाघों की वजह से देशभर में विशेष पहचान रखता है। यहां के जंगल न केवल जंगली जानवरों के आश्रय स्थल हैं, बल्कि आसपास के ग्रामीणों को वन औषधि और अन्य उत्पाद भी प्रदान करते हैं। लेकिन हाल के दिनों में बाघों के लगातार हमले ग्रामीणों के लिए बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं।
खेत में मवेशी चरा रहे ग्रामीण पर हमला
ताज़ा मामला कटंगी तहसील के कोहरी बीट, अंबेझरी भाग दो, कक्ष क्रमांक 580 के जंगल से सामने आया है। यहां 65 वर्षीय सेवक राम पिता रामजी गोपाले अपने खेत में मवेशी चरा रहे थे और महुए के पेड़ के नीचे बैठे थे। तभी शाम करीब 4 बजे एक बाघ ने पीछे से हमला कर दिया। बाघ के पंजे से चेहरे पर वार होने से सेवक राम गंभीर रूप से घायल हो गए।
In a tragic and terrifying incident, a tiger mauled a 30-year-old man to death in the Balaghat district of Madhya Pradesh and devoured nearly half of his body. The man, identified as Rajesh Maravi, had gone into the forest to collect tendu leaves when the attack… Link in bio pic.twitter.com/Kn3Ktmaq7G
— News Feed (@NewssFeedd) May 17, 2025
ग्रामीण की हालत नाजुक
हमले के बाद घायल सेवक राम किसी तरह घर पहुंचे और परिजनों को घटना की जानकारी दी। उनके नाती ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। विभाग के कर्मचारी उन्हें कटंगी अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनके चेहरे, गर्दन और छाती पर गंभीर चोटें आई हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
वन विभाग पर उठे सवाल
कुछ दिन पहले भी इसी क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 472, रमरमा परिक्षेत्र में बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला किया था। लगातार हो रहे इन हमलों से वन विभाग की भूमिका और सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सहायक परिक्षेत्र अधिकारी ओमप्रकाश जगने ने पुष्टि की है कि अंबेझरी निवासी सेवक राम पर बाघ ने हमला किया है और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






