MP में फर्जी नौकरी घोटाला: मध्यप्रदेश के भरवेली थाना क्षेत्र में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। 13 जुलाई को भरवेली पुलिस ने इस मामले में फोटोकॉपी सेंटर संचालक लक्ष्मीनारायण सहारे को गिरफ्तार किया। उस पर फर्जी पहचान पत्र और दस्तावेज तैयार कराने का आरोप है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
मुरैना जिले के राजकुमार गुर्जर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हीरापुर निवासी सुमित ब्रह्मे ने वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर उससे ₹1.90 लाख की ठगी की। आरोपी ने राजकुमार को फर्जी वर्दी, आईडी कार्ड, बेल्ट और सील सहित दस्तावेज सौंपे थे। जांच में पाया गया कि सुमित ने ये सभी दस्तावेज बालाघाट स्थित फोटोकॉपी सेंटर से बनवाए थे।
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आरोपी से क्या मिला?
पुलिस ने सुमित से ₹80,000 नगद, एक बुलेट मोटरसाइकिल, सील, नकली दस्तावेज और मोबाइल फोन जब्त किया है। मोबाइल की जांच में 27 अन्य लोगों के दस्तावेज मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि यह मामला एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जिसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र के लोग शामिल हैं।
फोटोकॉपी संचालक भी बना आरोपी
फर्जी आईडी कार्ड फोटोकॉपी सेंटर पर बनाए गए थे, लेकिन संचालक लक्ष्मीनारायण सहारे ने कोई रिकॉर्ड नहीं रखा। इसलिए उसे भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने उसके कंप्यूटर, प्रिंटर आदि जब्त कर साइबर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।
बैंक खातों और केओस्क पर भी कार्रवाई
अब तक 6 केओस्क सेंटर चिन्हित किए गए हैं जिनके माध्यम से पैसे का लेन-देन हुआ। इन सभी के बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस के अनुसार इसमें कई और गिरफ्तारी संभव हैं।
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