सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। वर्ष 2025 में यह महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन पूरे 30 दिनों का रहेगा, जिसमें चार सोमवार पड़ेंगे। पहला सावन सोमवार व्रत 14 जुलाई 2025 को रखा जाएगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त प्रातः 11:59 से दोपहर 12:55 तक रहेगा, जो पूजा के लिए सबसे शुभ माना गया है।

सावन सोमवार व्रत की पूजा विधि
सावन सोमवार के दिन व्रती को प्रातः काल ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद भगवान शिव का पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल) से अभिषेक करें। देवी पार्वती और नंदी महाराज को भी गंगाजल या दूध अर्पित करें। फिर शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, फल-फूल और चंदन अर्पित करें। शिव जी को खीर, घी और शक्कर से बना भोग अर्पित करें और शिव चालीसा या शिव मंत्रों का जाप करें। पूजा के अंत में सावन सोमवार व्रत कथा सुनें और संपूर्ण शिव परिवार की आरती करें।
सावन सोमवार व्रत के नियम
इस दिन व्रती को फलाहार करना चाहिए और अगर बहुत आवश्यक हो, तो सेंधा नमक का ही प्रयोग करें। तामसिक भोजन, लहसुन-प्याज और मांसाहार से पूरी तरह परहेज करें। पूजा के समय शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, घी चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं क्योंकि बिना जल अर्पण किए जलाभिषेक अधूरा माना जाता है। ध्यान रहे कि शिव जी को पूजा में केतकी फूल, हल्दी, रोली, सिंदूर और तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए।
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