मध्य प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून की आमद अब ज्यादा दूर नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून 14 या 15 जून को राज्य में प्रवेश कर सकता है। हालांकि, इससे पहले प्रदेश भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहेगा। खासकर ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के 12 जिलों में लू की स्थिति बनी हुई है। इनमें से सात जिलों—भिंड, मुरैना, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर—में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बीते 24 घंटों में कई जिलों में बारिश और तेज आंधी
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के 21 जिलों में तेज आंधी और बारिश दर्ज की गई। पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, पांडुरना, बैतूल, हरदा, विदिशा, रायसेन, भोपाल, सीहोर, शाजापुर, देवास, इंदौर, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर और धार में बारिश के साथ 30 से 74 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली। भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आंधी की गति 50 किमी प्रति घंटा से अधिक रही।
read more: मध्य प्रदेश के 15 जिलों में लू का अलर्ट, अगले दो दिन झुलसाएगी भीषण गर्मी

पेड़ गिरने से बाधित हुआ यातायात, कई इलाकों में बिजली गुल
भोपाल में आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ गिर गए जिससे यातायात प्रभावित हुआ। नगर निगम के अनुसार, करीब 100 स्थानों पर पेड़ या शाखाएं गिरीं। शाहपुरा समेत लगभग 50 इलाकों में पूरी रात बिजली आपूर्ति बाधित रही। टीकमगढ़ के मऊ घाट में ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। वहीं विदिशा, रायसेन और सीहोर में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई।
मानसून के रास्ते से हट रहा ब्रेकर, जल्द होगी राहत
मानसून इस समय महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में स्थिर है, जिससे मध्य प्रदेश में इसकी एंट्री में देरी हो रही है। लेकिन मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि मानसून की गतिविधियां अब तेज हो रही हैं और 14-15 जून के बीच इसके मध्य और पूर्वी भारत में पहुंचने की संभावना है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मानसून समय से लगभग एक सप्ताह पहले आ सकता है, जिससे प्रदेश के लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।








