बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों के वनवासी, आदिवासी और ग्राम सभाओं के अधिकारों की पुनर्स्थापना तथा संविधान सम्मत शासन व्यवस्था के निर्माण के उद्देश्य से 9 जून से 24 जून तक ‘जन स्वाभिमान यात्रा’ निकाली जा रही है। इस यात्रा की शुरुआत धरती आबा बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस से हुई, और यह चौरानी दुर्गावती के बलिदान दिवस तक चलेगी। 9 जून को बालाघाट स्थित स्थानीय धर्मशाला में बैठक आयोजित कर यात्रा की रणनीति तैयार की गई और वहीं से इसका शुभारंभ हुआ।

यात्रा के उद्देश्य और रणनीति
यात्रा का मूल उद्देश्य जनमानस के स्वाभिमान को जागृत करना और मंडला, डिंडोरी तथा बालाघाट जिलों के वन ग्रामों की जमीनी समस्याओं को चिन्हित कर एक समर्पित जन मंच का निर्माण करना है, जो इन मुद्दों पर निरंतर कार्य करेगा। यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि संविधान आधारित एक सामाजिक अभियान है।
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यात्रा के संयोजक दिनेश धुर्वे ने बताया कि यह अभियान पेसा कानून, वन अधिकार अधिनियम, पंचायती राज व्यवस्था, मनरेगा, और पांचवीं अनुसूची जैसे प्रावधानों पर ग्रामवासियों को जागरूक करने के साथ-साथ रेत, मुर्रम, पत्थर जैसे गौण खनिजों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर ग्रामसभा के अधिकार स्थापित कराने हेतु समर्पित है।
विस्थापन और शोषण के खिलाफ एकजुटता
बांध, रिजर्व फॉरेस्ट और खनन परियोजनाओं के नाम पर हो रहे जबरन विस्थापन और कॉर्पोरेट घरानों के समर्थन में हो रहे सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ यह यात्रा संगठित संघर्ष का प्रतीक बन रही है। पेसा अधिनियम के अंतर्गत ग्राम सभाओं को जल, जंगल और जमीन पर मालिकाना हक प्रदान किया गया है, लेकिन इन क्षेत्रों को जबरन रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया जा रहा है, जो संविधान और आदिवासी अधिकारों के विरुद्ध है।
जन संवाद और जनजागरण का अभियान
यात्रा के दौरान ग्राम सभाओं, युवाओं, महिलाओं और किसानों से संवाद स्थापित किया जाएगा। प्रत्येक जिले में जनसुनवाई और सामूहिक बैठकें आयोजित की जाएंगी। यह यात्रा बालाघाट के बिरसा मुंडा चौक से शुरू होकर मंडला और डिंडोरी जैसे प्रमुख आदिवासी क्षेत्रों में पहुंचेगी। इसका उद्देश्य आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार, शोषण, बलात्कार, और भूमि अधिग्रहण जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर कर उन्हें न्याय दिलाना है। इस जन स्वाभिमान यात्रा के माध्यम से आदिवासी समाज को अपनी पहचान, अधिकार और भविष्य के लिए जागरूक और संगठित किया जा रहा है।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






