आज हम आपके लिए भोपाल और आसपास के इलाकों से जुड़ी एक अहम खबर लेकर आए हैं। पिछले कुछ दिनों से स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं में असंतोष और शिकायतों का माहौल था। लेकिन अब मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MPMKVVCL) ने इस मुद्दे पर अपनी सफाई पेश की है।
शिकायतों की हकीकत
कंपनी के महाप्रबंधक सी.के. पवार ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज 547 शिकायतों की जांच की गई और ये सभी बिना आधार की पाई गईं। हर शिकायतकर्ता को विस्तृत स्पष्टीकरण देकर संतुष्ट करने का प्रयास किया गया।

स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन की प्रगति
पवार ने जानकारी दी कि भोपाल में 6 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, जिनमें से अब तक 1.95 लाख इंस्टॉल हो चुके हैं। वहीं, संभाग के 16 जिलों में 2.25 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
बिल बढ़ने की वजह
दोस्तो कंपनी के अनुसार कई पुराने मीटरों में छेड़छाड़ पाई गई थी, जिसके कारण उपभोक्ताओं को पहले कम बिल मिलते थे। पुराने मीटर हटाने और नए स्मार्ट मीटर लगाने के बीच डेटा फीडिंग में त्रुटि भी हुई, जिससे कुछ उपभोक्ताओं के बिल अधिक आ गए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या सभी शिकायतें गलत थीं?
कंपनी के अनुसार सभी 547 शिकायतें जांच में बेबुनियाद निकलीं।
भोपाल में कितने स्मार्ट मीटर लग चुके हैं?
1.95 लाख मीटर लगाए जा चुके हैं, लक्ष्य 6 लाख का है।
बिल ज्यादा क्यों आ रहे हैं?
पुराने मीटरों में गड़बड़ी और डेटा फीडिंग की त्रुटि के कारण कुछ उपभोक्ताओं के बिल बढ़े हैं।
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मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।








