भारत सरकार द्वारा बेटियों के सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बालाघाट जिले में अब तक 10,192 बालिकाओं का पंजीयन किया जा चुका है। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती दीपमाला मंगोदिया ने जानकारी दी कि जिले में कुल पात्र 18,841 बालिकाओं में से अभी 8,649 बालिकाओं का पंजीयन शेष है।
उन्होंने अपील की कि जिन बालिकाओं का पंजीयन अब तक नहीं हुआ है, उनके माता-पिता और अभिभावक शीघ्र ही योजना में पंजीयन कराएं। यह योजना बेटी के नाम से डाकघर में खाता खोलकर संचालित होती है, जिसमें ₹250 से ₹1,50,000 तक वार्षिक निवेश किया जा सकता है। योजना की ब्याज दर अन्य योजनाओं से अधिक है और धारा 80सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है। योजना की परिपक्वता अवधि 21 वर्ष है या बेटी की शादी के एक माह बाद भी राशि निकाली जा सकती है। 18 वर्ष की आयु के बाद बेटी की उच्च शिक्षा के लिए भी धनराशि का उपयोग किया जा सकता है।
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