मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सली उन्मूलन मिशन 2026 को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी सक्रियता से मैदान में उतर चुका है। हाल ही में पुलिस अधीक्षक (SP) आदित्य मिश्रा ने नक्सल प्रभावित रासी मीठा गांव का दौरा किया और वहां मौजूद ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।
SP आदित्य मिश्रा की भावुक अपील
SP मिश्रा ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर गांव लौटने की भावुक अपील करते हुए कहा, “अब समय बदल गया है। गांव में सड़कें, मोबाइल नेटवर्क और सरकारी योजनाएं पहुंच रही हैं। हिंसा का रास्ता पुराना हो चुका है। संपत और संगीता जैसे लोग अब भी गलत राह पर हैं, मैं उनसे कहता हूं—घर लौट आइए, सरपंच का चुनाव लड़िए और गांव का विकास कीजिए।
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आत्मसमर्पण पर पूर्ण सुरक्षा का भरोसा
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जो भी आत्मसमर्पण करेगा, उसे सरकार की पुनर्वास नीति के तहत पूरी सुरक्षा और सहायता मिलेगी। “अगर संपत या संगीता आत्मसमर्पण करते हैं, तो यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि उन्हें एक खरोंच तक न लगे,”—यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न: मिशन 2026 का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: यह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल कर आत्मसमर्पण और पुनर्वास के माध्यम से विकास को गति देने की रणनीति है।
प्रश्न: SP आदित्य मिश्रा की अपील का असर क्या है?
उत्तर: उनकी भावुक अपील ने ग्रामीणों के दिलों को छुआ है और नक्सलियों के बीच वापसी की चर्चा शुरू हो चुकी है।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।






