राजधानी भोपाल की खूबसूरती और मध्य प्रदेश के समृद्ध सांस्कृतिक वैभव को देखने के लिए जब एक कंटेंट क्रिएटर मुख्यमंत्री मोहन यादव के घर पहुंचीं, तो यह मुलाकात केवल एक राजनीतिक इंटरव्यू नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और स्वाद से भरपूर अनुभव बन गई। भोपाल के लेक व्यू, घर में मंदिर और गौशाला की झलक के साथ इस संडे ब्रंच ने सभी दर्शकों का दिल जीत लिया।
यूट्यूबर कामिया जानी ने CM मोहन यादव से पूछे मजेदार सवाल
ब्रंच की शुरुआत हुई इंदौर और भोपाल की लोकप्रिय डिश पोहा-जलेबी से। सीएम यादव ने मज़ाकिया लहज़े में कहा कि इंदौर वाले कहते हैं ये उनकी डिश है, भोपाल वाले कहते हैं ये उनकी है लेकिन इसका श्रेय पूरे मध्य प्रदेश को मिलना चाहिए। भुट्टे का कीस, रागी की बालूशाही जैसी हेल्दी डिशेस भी इस खास बातचीत का हिस्सा बनीं। मुख्यमंत्री ने बताया कि ये व्यंजन न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि श्री अन्न यानी मिलेट्स को प्रोत्साहित करने का बेहतरीन तरीका भी हैं।
इसे भी पड़े : OBC आरक्षण पर मोहन यादव का बड़ा ऐलान, 27% आरक्षण के लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध
व्यक्तिगत जीवन और संघर्ष की कहानी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यूट्यूबर कामिया जानी को अपने संघर्षों की कहानी भी साझा की। उन्होंने 15-16 साल की उम्र से रेस्टोरेंट चलाना शुरू किया, जहां पोहा-जलेबी और चाय परोसी जाती थी। पढ़ाई और राजनीति के बीच संतुलन बनाए रखते हुए, उन्होंने बताया कि उनकी सफलता का असली मंत्र आत्मनिर्भरता और पारिवारिक संस्कार रहे हैं।
वन्यजीवन और पर्यावरण संरक्षण में मध्य प्रदेश की भूमिका
सीएम यादव ने गर्व के साथ बताया कि मध्य प्रदेश आज टाइगर स्टेट है और एशिया का एकमात्र राज्य है जहां चीते दोबारा लाए गए हैं। चंबल में घड़ियाल और कछुओं का संरक्षण, और 33% वन क्षेत्र के साथ यह राज्य भारत का वाइल्डलाइफ कैपिटल बन चुका है।

धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र
महाकाल लोक के निर्माण से लेकर ओंकारेश्वर और उज्जैन के ज्योतिर्लिंग तक, मध्य प्रदेश आध्यात्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी भी शुरू की जाएगी जिससे एक ही दिन में दोनों ज्योतिर्लिंग देखे जा सकें।
औद्योगिक विकास और युवाओं के लिए रोजगार
राज्य में आईटी पार्क, मेडिकल टूरिज्म, फिल्म शूटिंग पॉलिसी और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री का स्पष्ट विज़न है कि युवाओं को मध्य प्रदेश में ही अवसर मिले, जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत न पड़े।
मध्य प्रदेश के लिए भविष्य की दिशा
मुख्यमंत्री मोहन यादव का सपना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश को देश का सबसे विकसित और समृद्ध राज्य बनाया जाए। उनके मुताबिक, शिक्षा, चिकित्सा, खेती, पर्यटन, और रोजगार के हर क्षेत्र में राज्य को आगे ले जाना ही उनका मिशन है।
निष्कर्ष
यह संवाद केवल एक राजनीतिक बातचीत नहीं थी, बल्कि यह मध्य प्रदेश की मिट्टी, स्वाद, संस्कृति और मुख्यमंत्री की ज़मीनी सोच का जीवंत चित्रण था। जब स्वाद, संस्कृति और विकास साथ चलें, तो एक राज्य कैसे उन्नति करता है, इसका बेहतरीन उदाहरण है मध्य प्रदेश।
मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं TazaSanket.in का संस्थापक और एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस पोर्टल के जरिए मैं मध्य प्रदेश, खासकर बालाघाट की विश्वसनीय लोकल खबरें पहुंचाता हूं। डिजिटल पत्रकारिता में मुझे 4 वर्षों का अनुभव है और मेरा उद्देश्य समाज की सच्चाई को उजागर करना है।







